Indian National Documents
इतिहास में झांकने का मौकासाझा कीजिए

दिल्ली स्थित राष्ट्रीय अभिलेखागार के 125वें स्थापना दिवस पर वहां संग्रह की कुछ झलकियां पेश की जा रही हैं.

प्रदर्शनी में प्राचीन अभिलेख, स्वतंत्रता से पहले और बाद के लोक अभिलेख, मानचित्र अभिलेख, निजी अभिलेख और ग्रंथागार के कुछ दुर्लभ प्रकाशन शामिल हैं.
1857 की दिल्ली
इम्पीरियल रिकॉर्ड डिपार्टमेंट से राष्ट्रीय अभिलेखागार का उद्भव और विकास इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण हैं.
1911 में दिल्ली और उसके आस-पास के प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण को दर्शाता नक्शा.

1857 में अंग्रेज़ी हुक़ूमत के दौरान दिल्ली की भौगोलिक स्थिति को दिखाने वाला नक्शा.

आज़ादी के पहले के लाल किले का नक्शा, जिसमें यमुना किले के पास बहती हुई दिखा रही है.

मुग़ल बादशाह अक़बर की ओर से 27 अगस्त, 1598 को जारी फरमान, जिसके तहत मथुरा के गोविंद राय मंदिर को 135 बीघा ज़मीन दान और कुछ आर्थिक सहायता दी गई.

1915 के दिल्ली का एक मानचित्र.

काठियावाड़ उच्च विद्यालय, राजकोट की ओर से 23 जनवरी 1888 को जारी मैट्रिक परीक्षा की अंक-तालिका, जिसमें महात्मा गांधी के अंक पांचवे नंबर पर नज़र आ रहे हैं.

1824 में अंग्रेज़ी हुक़ूमत के लेफ्टिनेंट कर्नल फॉरेस्ट की प्रकाशित पुस्तक “अ पिक्चरस्क टूअर अलोंग दि रिवर गैंगेज एंड यमुना इन इंडिया” में छपा गंगा एवं युमना नदी का स्केच. यह स्केच इन नदियों को उनके उद्गम से अंत तक के सफर को दिखाता है.

31 दिसंबर, 1926 को गृह विभाग की अधिसूचना जिसमें 'नई दिल्ली' को नई राजधानी बनाने के लिए कहा गया है.

जनवरी 1872 में जारी दस्तावेज़, जिसमे दस हज़ार रुपए के नोट के प्रस्ताव पर वित्त विभाग की टिप्पणी है.

भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम के अनुच्छेदों को दिखाता हुआ दस्तावेज.

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेज़ी हुक़ूमत की ओर से प्रतिबंधित किए गए साहित्य को भी अभिलेखागार नें प्रदर्शन के लिए रखा है.

जनवरी 1948 में महिलाओं की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र में बेगम हामिद अली की ओर से पेश की गई रिपोर्ट.

महात्मा गांधी की दांडी यात्रा के संबंध में 15 मार्च 1930 को अहमदाबाद के पुलिस उपायुक्त की ओर से भेजी गई गोपनीय टिपप्णी को दिखाता दस्तावेज.

8 अप्रैल, 1857 को मंगल पांडे को फांसी पर लटकाए जाने की सूचना देता हुआ पत्र.

19 अक्टूबर, 1352 को लिखा गया परवाना जो राष्ट्रीय अभिलेखागार में काग़ज़ पर उपलब्ध प्राचीनतम अभिलेख है. अभिलेख में फिरोज़शाह तुगलक का परवाना जिसमें उन्होंने मौज़ा दहकावा संडीला अलीमुद्दीन को दिया है.
Comments
Post a Comment